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भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 4)
भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 4) मैच फिक्सिंग विवाद और 2000 का दशक दुर्भाग्यवश, 21वीं सदीं की शुरुआत में भारतीय क्रिकेट को मैच फिक्सिंग का दंश झेलना पड़ा जिसने करिश्माई बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन को बाहर का रास्ता दिखाया लेकिन गांगुली ने अपनी समझदारी से इस बिखरे हुए खेमे को जोड़े रखकर देश ...
2025-11भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 3)
भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 3) 1990 का दशक 1980 के अंतिम वर्षों में जहां सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने खेल को अलविदा कहा तो वहीं एक और दिग्गज सचिन तेंदुलकर के सफर का आग़ाज़ हुआ। इस छोटे कद के मगर प्रभावशाली युवा ने 24 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट में योगदान दिया, करियर के आख़िरी दौर में क्रिकेट के ...
2025-11भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 2)
भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 2) 1983 विश्व कप वहीं दूसरे हाथ पर गावस्कर, कपिल जो कि उस समय के चार उत्कृष्ट ऑल राउंडर्स में से एक थे, दिलीप वेंगसरकर और मोहिंदर अमरनाथ जैसे खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी में सर्वश्रेष्ठ होने का माद्दा दिखाया। इन चारों ने आगे चलकर 1983 विश्व कप ट्रॉफी पर कब्जा जमाय...
2025-11भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 1)
भारतीय क्रिकेट टीम का इतिहास (भाग 1) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय से बेहतरीन प्रदर्शन करती आ रही भारतीय टीम ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से आधिकारिक तौर पर अपना सफर शुरू करने के बाद से ही लगातार ख्याति अर्जित की है। टीम के पहले कप्तान कर्नल सी के नायडू से लेकर वर्तमान कप्तान विराट ...
2025-11भारतीय वस्त्र और आभूषण का सांस्कृतिक महत्व
भारतीय वस्त्र और आभूषण का सांस्कृतिक महत्व भारतीय पारंपरिक वस्त्र और आभूषण न केवल व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारते हैं, बल्कि ये हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा भी हैं। हर आभूषण और वस्त्र के पीछे एक गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक अर्थ छिपा होता है। जैसे साड़ी भारतीय महिलाओं की शीलता और गरिमा का...
2025-11भारतीय पारंपरिक आभूषण (भाग 2)
भारतीय पारंपरिक आभूषण (भाग 2) 3. नथ और बिचुए भारतीय आभूषणों में नथ का भी विशेष स्थान है, जिसे पारंपरिक रूप से महिलाएं नाक में पहनती हैं। नथ का प्रयोग विशेष रूप से शादियों और अन्य समारोहों में किया जाता है। इसके अलावा, बिचुए, जो पैर की अंगुली में पहने जाते हैं, भारतीय महिलाओं की सुंदरता में चार ...
2025-11भारतीय पारंपरिक आभूषण (भाग 1 )
भारतीय पारंपरिक आभूषण (भाग 1 ) आभूषण भारतीय संस्कृति का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो न केवल सौंदर्यवर्धन के लिए पहने जाते हैं, बल्कि इनका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी होता है। भारतीय आभूषणों में सोने, चांदी, हीरे, जवाहरात और अन्य रत्नों का उपयोग किया जाता है। इन आभूषणों का निर्माण स्थानीय ...
2025-11भारतीय वस्त्रों की विविधता
भारतीय वस्त्रों की विविधता भारत के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न प्रकार के पारंपरिक वस्त्रों की परंपरा रही है। इन वस्त्रों की डिज़ाइन और कारीगरी स्थानीय कला और संस्कृति से प्रेरित होती है। यही कारण है कि भारतीय वस्त्रों में इतनी विविधता है। हर राज्य में इन वस्त्रों के पहनने का तरीका और उनका महत्व ...
2025-11भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——मिठाईयाँ Sweets (भाग 3)
भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——मिठाईयाँ Sweets (भाग 3) भारतीय मिठाईयों का अपना विशेष स्थान है। यहां की मिठाईयाँ न केवल स्वाद में बेहतरीन होती हैं, बल्कि उनकी तैयारी भी कला का रूप होती है। कुछ प्रसिद्ध भारतीय मिठाईयाँ: लड्डू Laddu: बेसन, सूजी या तिल से बने हुए विभिन्न प्रकार के लड्डू। ...
2025-11भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——मांसाहारी व्यंजन Non-vegetarian dishes(भाग 2)
भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——मांसाहारी व्यंजन Non-vegetarian dishes(भाग 2) मांसाहारी भारतीय व्यंजन भी अत्यधिक लोकप्रिय हैं। इन्हें बनाने में खास मसालों का उपयोग किया जाता है, जो इन व्यंजनों को स्वादिष्ट और लाजवाब बनाते हैं। कुछ प्रसिद्ध मांसाहारी व्यंजन: बिरयानी Biryani: यह भारतीय उप...
2025-11भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——शाकाहारी व्यंजन (vegetarian dishes)(भाग 1 )
भारतीय भोजन की लोकप्रिय श्रेणियाँ ——शाकाहारी व्यंजन (vegetarian dishes)(भाग 1 ) भारत में शाकाहारी खाना बहुत लोकप्रिय है, विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक कारणों से। यहां के प्रमुख शाकाहारी व्यंजन निम्नलिखित हैं: पनीर टिक्का paneer tikka: एक प्रसिद्ध उत्तर भारतीय स्नैक, जिसमें पनीर को मसाले...
2025-11भारतीय मसाले और उनका महत्व (Indian spices and their importance)
भारतीय मसाले और उनका महत्व (Indian spices and their importance) भारतीय व्यंजन अपनी विशिष्टता के लिए मसालों के सही मिश्रण पर निर्भर करते हैं। ताजे और सूखे मसाले, जैसे जीरा, धनिया, हल्दी, मिर्च, लौंग, दारचीनी, इलायची, और बहुत कुछ, भारतीय रसोई की पहचान हैं। भारतीय मसाले केवल स्वाद ही नहीं बढ़ाते, ...
2025-11SISU की गर्मी
टिड्डियों के पेड़ हरे-भरे होते हैं और छाया गर्मियों की शुरुआत की सांस होती है। जून में सासु में फूलों और पौधों की सुगंध, मीठी की घंटी, शाम की हवा, अलौकिक लालसा और गर्मियों के सपने के साथ राजसी हरियाली उड़ती है। शाखाओं और पत्तियों के बीच चमकता सूरज गर्मी के कल्पित बौने हैं। वह ...
2025-11खुशखबरी!"चुआनवाई" दो स्नातक के मुख्य विषयों को जोड़ें
टिड्डियों के पेड़ हरे-भरे होते हैं और छाया गर्मियों की शुरुआत की सांस होती है। जून में सासु में फूलों और पौधों की सुगंध, मीठी की घंटी, शाम की हवा, अलौकिक लालसा और गर्मियों के सपने के साथ राजसी हरियाली उड़ती है। शाखाओं और पत्तियों के बीच चमकता सूरज गर्मी के कल्पित बौने हैं। ...
2025-11