दशहरा

2025-08-16

दशहरा

 

दशहरा भारत के प्रसिद्ध त्यौहारों में से एक है। इसे विजयादशमी या आयुध-पूजा के रूप में भी जाना जाता है। इसे भी हिन्दुओं के प्रसिद्ध त्यौहार के रूप में जाना जाता है। इस दिन भगवान श्री राम ने लंकापति रावण को मारकर विजय प्राप्त करी थी। इसीलिए इसे असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है। ये त्यौहार विभिन्न रूपों में देशभर में मनाया जाता है। कई जगह तो इसके उपलक्ष्य में रामलीला का आयोजन भी किया जाता है। जिसके बाद दशहरा पर यहां रावण, कुम्भकरण और मेघनाथ के पुतले जलाए जाते हैं।

विजयदशमी या दशहरा का त्यौहार हिन्दू धर्म में विशेष मान्यता रखता है जो असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। इस त्यौहार से जुड़ीं ऐसी अनेक धार्मिक मान्यताएं है जिसके बारे में हम आपको अवगत कराएंगे। 

  • दशहरा से जुड़ीं ऐसी पौराणिक मान्यता है कि इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था। वहीँ, देवी दुर्गा ने असुर महिषासुर का संहार किया था  इसलिए इसे कई स्थानों पर विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। 

  • दशहरा तिथि पर कई राज्यों में रावण की पूजा करने का भी विधान है। इस दिन देश में कई जगह मेले आयोजित किये जाते है। 

  • दशहरे से 14 दिन पहले तक पूरे भारत में रामलीला का मंचन किया जाता है, जिसमें भगवान राम, श्री लक्ष्मण एवं सीता जी के जीवन की लीला दर्शायी जाती है। विभिन्न पात्रों के द्वारा मंच पर प्रदर्शित की जाती है। विजयदशमी तिथि पर भगवान राम द्वारा रावण का वध होता है, जिसके बाद रामलीला समाप्त हो जाती है।